ANTI-ADBLOCK JS SYNC TGT और PGT क्या है? : इसके लिए योग्यता और तैयारी

TGT और PGT क्या है? : इसके लिए योग्यता और तैयारी

 TGT और PGT क्या है? इसके लिए योग्यता और तैयारी गाइड

भारत में शिक्षक बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए TGT (Trained Graduate Teacher) और PGT (Post Graduate Teacher) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। ये दोनों पद शिक्षकों के लिए विभिन्न स्तरों पर नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं। अगर आप भी TGT और PGT के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं और इसके लिए तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है।


TGT (Trained Graduate Teacher) क्या है?

TGT का मतलब है Trained Graduate Teacher। ये शिक्षक कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए योग्य होते हैं।

TGT के लिए योग्यता:

  1. शैक्षणिक योग्यता:

    • स्नातक डिग्री (Graduation) संबंधित विषय में।
    • साथ में बी.एड (Bachelor of Education) का प्रमाणपत्र।
  2. आयु सीमा:

    • अधिकतम आयु सीमा 35-40 वर्ष (सरकारी नियमों के अनुसार)।

TGT की जिम्मेदारियाँ:

  • कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों को पढ़ाना।
  • विषय के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार करना।
  • छात्रों को विषय की गहराई से समझ देना।

PGT (Post Graduate Teacher) क्या है?

PGT का मतलब है Post Graduate Teacher। ये शिक्षक कक्षा 11 और 12 के छात्रों को पढ़ाने के लिए योग्य होते हैं।

PGT के लिए योग्यता:

  1. शैक्षणिक योग्यता:

    • संबंधित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री (Post Graduation)।
    • साथ में बी.एड का प्रमाणपत्र।
  2. आयु सीमा:

    • अधिकतम आयु सीमा 40-45 वर्ष (सरकारी नियमों के अनुसार)।

PGT की जिम्मेदारियाँ:

  • कक्षा 11 और 12 के छात्रों को पढ़ाना।
  • जटिल विषयों को आसान तरीके से समझाना।
  • बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करना।

TGT और PGT में अंतर:

पैरामीटरTGTPGT
शिक्षण स्तरकक्षा 6 से 10कक्षा 11 और 12
न्यूनतम योग्यतास्नातक + B.Edस्नातकोत्तर + B.Ed
विषय की गहराईमूलभूत स्तरउन्नत स्तर
वेतनमान₹35,000 - ₹50,000 (सरकारी स्कूल)₹47,000 - ₹60,000 (सरकारी स्कूल)

TGT और PGT की तैयारी कैसे करें?

1. परीक्षा पैटर्न को समझें:

TGT और PGT के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसमें सामान्य ज्ञान, शिक्षाशास्त्र, और विषय आधारित प्रश्न होते हैं।

2. सिलेबस का अध्ययन करें:

  • संबंधित विषय पर गहराई से फोकस करें।
  • शिक्षाशास्त्र और शैक्षिक मनोविज्ञान पर ध्यान दें।

3. समय प्रबंधन:

हर दिन 4-5 घंटे की पढ़ाई करें। एक टाइम टेबल बनाएं और उसे फॉलो करें।

4. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें:

पुराने प्रश्न पत्रों को हल करने से परीक्षा पैटर्न का अंदाजा लगता है।

5. मॉक टेस्ट दें:

मॉक टेस्ट से परीक्षा के समय प्रबंधन में मदद मिलती है।


TGT और PGT के लिए नौकरी के अवसर:

TGT और PGT की नौकरियाँ सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में उपलब्ध हैं।

  1. सरकारी विद्यालय: केंद्रीय विद्यालय (KVS), नवोदय विद्यालय (NVS), राज्य सरकार के स्कूल।
  2. निजी विद्यालय: भारत के विभिन्न प्रतिष्ठित निजी स्कूल।

निष्कर्ष:

TGT और PGT शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। यदि आप विषय में गहरी रुचि रखते हैं और छात्रों को शिक्षा देने का जुनून रखते हैं, तो यह आपके लिए सही करियर हो सकता है। सही दिशा में तैयारी और मेहनत से आप इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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